

Memorandum
From the Secretary desk
परम पूज्य स्व. श्री रामनारायण जी एवं राजीबाई सर्राफ की छत्रछाया में श्री बद्रीलालजी-उमादेवी अग्रवाल के आशीर्वचनों से अभिसिंचित शिक्षा का यह पौधा शिक्षा संकाय जैसी शाखा को धारण कर एक वृक्ष के रूप मे निरंतर वर्धमान है।
इस वृक्ष की पल्लवित सभी शाखाओं पर, विद्यार्थी रूपी पंखुड़ियों को, ज्ञान की किरणों से विकसित करने वाले शिक्षक, निरंतर सजग प्रहरी की तरह अपने दायित्वों का निर्वहन कर रहे हैं। वैसे तो सम्पूर्ण वसुधा ही शिक्षालय है किन्तु सद्ज्ञानदायी शिक्षक संस्थाओं एव विद्यार्थियों को विनयशील बनाते हैं।
आर.बी.एस. इंस्टीटयूट ऑफ एजुकेशन प्रकृति की गोद मे सुरम्य वातावरण मे स्थित है, जो विद्यार्थियों को शहर के कोलाहल से दूर एकाग्र मन से शिक्षण एवं अधिगम के प्रति प्रेरित एवं प्रोत्साहित करता है। 14 वर्षो के समय मे हमारी उपलब्धियाॅं अकल्पनीय है तथा पूरे मालवा अंचल मे सबसे तेजी से उभरता हुआ शिक्षण संस्थान बना है।
छात्र-छात्राओं कर वैचारिक प्रतिभा को मुखरित करते हुए शिक्षण संस्थान ने वर्ष 2011 से शिक्षा पाठ्यकमों के संचालन का सूत्रपात किया है। इसी कड़ी मे सभी बंधुओं जिन्होने प्रत्यक्ष एवं अप्रत्यक्ष रूप से महाविद्यालय के विकास मे संलग्न है उनके लिए मेरा विशेष धन्यवाद।
Secretary
Dr. Amit Goyal